वो जो सपनो को सजा दे...
वो जो ओरों को भुला दे...
वो जो जज्बातों को जुबान दे...
वो जो होठों को मुस्कान दे...
वो जो सफर को सुहाना बना दे...
वो जो बिन किए वादें निभा दे...
वो जो मेरा होना लाजमी है बता दे...
वो जो खुदा और किस्मत पे भरोशा दिला दे...
वो जो मेरे दिल के गुलशन को खिला दे...
वो जो सपनो को हकीक़त से मिला दे...
वो जो ओरों को भुला दे...
वो जो जज्बातों को जुबान दे...
वो जो होठों को मुस्कान दे...
वो जो सफर को सुहाना बना दे...
वो जो बिन किए वादें निभा दे...
वो जो मेरा होना लाजमी है बता दे...
वो जो खुदा और किस्मत पे भरोशा दिला दे...
वो जो मेरे दिल के गुलशन को खिला दे...
वो जो सपनो को हकीक़त से मिला दे...
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