कभी लगता है ,जिन्दगी भँवर है,
जिसमे हम अनचाहे खिचे चले जा रहे हैं...
कभी लगता है, ये कँवर है,
जिसे रखना पाप है, इसलिए ढोए चले जा रहे हैं...
जिन्दगी के फूल कभी-कभी खुशबू भी फैलाते हैं,
पर ये फूल जल्दी ही मुरझा जाते हैं,
और सड़कर फ़िर लंबे समय तक अपनी बदबू छोड़ जाते है॥
जिन्दगी देनेवाले का काम भी बड़ा अजीब होता है,
इतने लोगों के लिए अलग-अलग राह बनाना,
कुछ लोगों को मिलाना,
और कुछ को मिलाकर अलग करवाना॥
कुछ पर अपने कृपा के मोंती बरसाना,
और कुछ की शिकायतें अनसुनी कर जाना॥
कुछ लोग भी अजीब होते हैं,
रिश्तें मर जाते हैं फ़िर भी उन्हें ढ़ोते हैं,
जब एहसास होता है तो बस रोतें हैं॥
समझदार लोंग ऐसे समय कहाँ खोते हैं,
पर कुछ लोंग इतने समझदार नही होते हैं,
ख़ुद गलतियाँ करते है और शिकायत ओरों से होते हैं,
जिन्दा तो रहते है पर जिन्दगी का मतलब खोते हैं॥
जिसमे हम अनचाहे खिचे चले जा रहे हैं...
कभी लगता है, ये कँवर है,
जिसे रखना पाप है, इसलिए ढोए चले जा रहे हैं...
जिन्दगी के फूल कभी-कभी खुशबू भी फैलाते हैं,
पर ये फूल जल्दी ही मुरझा जाते हैं,
और सड़कर फ़िर लंबे समय तक अपनी बदबू छोड़ जाते है॥
जिन्दगी देनेवाले का काम भी बड़ा अजीब होता है,
इतने लोगों के लिए अलग-अलग राह बनाना,
कुछ लोगों को मिलाना,
और कुछ को मिलाकर अलग करवाना॥
कुछ पर अपने कृपा के मोंती बरसाना,
और कुछ की शिकायतें अनसुनी कर जाना॥
कुछ लोग भी अजीब होते हैं,
रिश्तें मर जाते हैं फ़िर भी उन्हें ढ़ोते हैं,
जब एहसास होता है तो बस रोतें हैं॥
समझदार लोंग ऐसे समय कहाँ खोते हैं,
पर कुछ लोंग इतने समझदार नही होते हैं,
ख़ुद गलतियाँ करते है और शिकायत ओरों से होते हैं,
जिन्दा तो रहते है पर जिन्दगी का मतलब खोते हैं॥